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शनिवार, ८ एप्रिल, २०१७

शादी, एक मन की बात!

शादी, एक मन की बात!

(1) शादी का मतलब है जीवनसाथी के साथ हमेशा के लिये जुडना. यह जुडना इतना आसान काम नही. बहोत महंगा खेल है यह. पुरी जिंदगी मिट्टी मे मिला सकता है यह जीवनसाथी वाला खेल. जिंदगी एक तमाशा बन सकती है इस खेलमे. इस खेल खेल मे आदमी को सैतान होता हुआ देखा है मैने.

(2) इस स्वार्थ भरी दुनिया मे जीवनसाथी को ढूँढना, चुनना और उसे जीवनसाथी के रूप मे अपनाकर पुरी जिंदगी सहन करना इतना आसान काम नही. बहोत जादा मुश्किल है यह काम. भले शादी शुदा लोगोंका संसार छोटा हो, लेकिन उनका काम बहोत बडा है. शादी एक ऐसा फन्दा है की, एक बार आप उसमे फँस जाओगे तो फिर बाहर निकलना बहोत मुश्किल हो जाये. शादी के बाद अगर एक भी बच्चा पैदा हुवा तो तलाक लेने के बाद भी आपका छुटकारा नही.

(3) शादी करो, फिर बच्चे पैदा करो, फिर घर चलाने के लिये पैसा कमाओ, फिर प्रॉपर्टी बनाओ, उसके लिये चाहे तो कभी भ्रष्टाचार करो और आखिर मे इस सब संपत्ती का जीवनसाथी और बच्चोंके बिचमे बँटवारा करके उपर चले जावो. फिर आपका जीवनसाथी और आपके बच्चे बडे प्यार से आपके फोटो पर फूलोंका हार पहनायेंगे. यह है शादीका नतीजा!

(4) जीवनसाथी का मतलब यही है की, कोई जीवनसाथी बनकर आपके तन और धन से जादा आपके मन का विचार करे. अगर आप ज्ञानी हो तो उस ज्ञान से प्राप्त होनेवाली सत्ता, संपत्ती और पैसे से भी जादा उस ज्ञान का, उस ज्ञान से पैदा होनेवाले आपके विचारोंका सम्मान करे और उसका आखिर तक साथ निभाये. लेकिन क्या ऐसा जीवनसाथी मिलना सम्भव है?

(5) तो, भाई और बहनो! शादी करने के पहले होनेवाले जीवनसाथी को केवल अच्छी तरह से देखो ही नही, उसके मन को अच्छी तरह से परख भी लो. शायद दोनोके रास्ते अलग हो सकते है और आप फँस सकते है. मै तो पुरी तरह फँस गया हूं शादी के इस चक्कर मे. अब सोचकर भी इस चक्कर के बाहर नही आ सकता. तो, भाई और बहनो! शादी करने के पहले एक बार नही हजार बार सोचो. यह आपके तन का या धन का सवाल नही, यह आपके मन का सवाल है. इस लिये मन की बात कही. आपकी शादी आपकी बरबादी हो न जाये, यही मेरी शुभकामना. सावधान रहो! धन्यवाद! -बी.एस.मोरे, वकील

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